Friday, May 16, 2025
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29 दिसंबर से शुरू होगा राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ।

State level sports Mahakumbh will start from December 29

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी करेंगे मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत

देहरादून।

 देहरादून में 29 दिसम्बर से राज्य स्तरीय खेल महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन रायपुर स्थित महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित होगा। राज्यस्तरीय खेल महाकुंभ में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मुख्य अतिथि होंगे।
सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में प्रेस वार्ता करते हुए खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि न्याय पंचायत स्तर से शुरू हुआ यह खेल महाकुंभ ब्लॉक स्तर और फिर जिला स्तर से होते हुए अब राज्यस्तर पर आयोजित होने जा रहा है। इस महाकुंभ में लगभग तीन लाख 75 हज़ार प्रतिभावान खिलाड़ियों ने अभी तक प्रतिभाग किया है। खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हम आने वाले 38 वे राष्ट्रीय खेलो के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए अपने खिलाड़ियों को तैयार करें। 
खेल मंत्री ने बताया कि खेल महाकुम्भ 2022 के अन्तर्गत न्याय पंचायत, विकासखण्ड, जनपद स्तर पर अंडर-14, अंडर- 17. अण्डर-21 बालक-बालिका वर्ग में एथलेटिक्स, कबड्डी, खो-खो, वालीबाल, फुटबाल, हैण्डबाल, बास्केटबाल, जूडो, ताईक्वांडो, बाक्सिंग, कराटे, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस, हॉकी, योगा एवं मलखम्ब खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन किये जाने के साथ जनपद स्तर पर सीधे 17-21 आयुवर्ग में पैन्टॉथलॉन (दौड़, लम्बीकूद, ऊंचीकूद, चिनअप / रस्सी कूद, बाल श्रो) एवं राज्य स्तर पर सीधे दिव्यांगजन की एथलेटिक्स एवं बैडमिंटन की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा।
 राज्य स्तर पर होने जा रहे इस आयोजन में 13 जनपदों की 13 टीमें भाग लेंगी जिसमे 14 खेल होंगे। राज्य स्तर पर यह आयोजन जिले से जिले की टीमों के मध्य होंगे

खेल मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा खेलों व खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए खेल नीति लागू की गई है। खेल नीति में खिलाड़ियों के उन्नयन, खेल प्रतिभाओं को तलाशने, निखारने व उभारने, खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने, खिलाड़ियों के नियोजन, सामान्य आहार के साथ-साथ बेहतर डाइट की व्यवस्था, खिलाड़ियों के लिए रोज़गार के अवसर तथा सम्बंधित पूर्ण सुविधाएं प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। युवाओं में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए उचित आर्थिक प्रोत्साहन का प्रावधान भी किया गया है।साथ ही कहा कि खेलों का उद्देश्य सिर्फ मेडल प्राप्त करना ही नहीं है, बल्कि स्वस्थ शरीर, मस्तिष्क एवं स्वस्थ जीवन के निर्माण में भी खेलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह सौभाग्य की बात है कि उत्तराखण्ड से खेल प्रतियोगिताओं में बालिकाओं की हिस्सेदारी भी बालकों के बराबर है। प्रदेश की बालिकाएं किसी भी मामले में बालकों से कम नहीं हैं।

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