गोपेश्वर।
चमोली के मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र ने महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और बौद्धिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मिशन मूड में काम किए जाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि महिला हिंसा की रोकथाम के लिए कानून बने है, उनकी जानकारी सभी को हो ऐसे कार्यक्रम पर कार्य किया जाना चाहिए।
डा. मिश्रा ने शुक्रवार को महिला हिंसा उन्मूलन हेतु अंतरराष्ट्रीय दिवस के मौके पर नगर पालिका सभागार गोपेश्वर में आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि जनपद में दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों तक लिंग आधारित हिंसा के बारे में लोगों को सवेदनशील बनाने और पीड़ितों की मदद के लिए उपलब्ध विभिन्न संस्थागत तंत्रों के बारे में जागरूता फैलाने के उदेश्य से 25 नवंबर से 23 दिसंबर,2022 तक जिले में अभियान चलाया जा रहा है।
उन्होंने महिला सुरक्षा व घरेलू हिंसा की रोकथाम संबंधी कानूनों का ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रचार प्रसार किए जाने के लिए कार्य किए जाने की जरूरत बताई। लिंग भेदभाव वाली मानसिकता को मिटाने और घरों में सिर्फ बेटियों को ही नसीहत देने की प्रवृत्ति में बदलाव की और बेटों को भी अच्छे संस्कार सिखाए जाने की ओर ध्यान दिए जाने की बात कही। उन्होंने सभी रेखीय विभागों को आपसी समन्वय बनाते हुए महीने भर चलने वाले इस लिंग आधारित हिंसा के विरूद्व अभियान को एक जन आंदोलन के रूप में परिकल्पित कर सफल बनाने की बात कही।
इस मौके पर सिविल जज(सी0डि.)/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव सिमरनजीत कौर ने विधिक कानूनों की जानकारी देते हुए कहा कि महिला उत्पीड़न व हिंसा को दबाएं नहीं बल्कि इसके खिलाफ आवाज उठाएं। उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद विभिन्न समाजासेवी महिलाओं ने भी अपने विचार रखें।
अन्तराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष पुष्पा पासवान, परियोजना निदेशक आनंद सिंह, डीपीओ संदीप कुमार, कानूनी अधिवक्तागण, आशा व आगंनबाड़ी कार्यकत्री, समाजसेवी मौजूद थे।