रुद्रप्रयाग
इस साल केदारनाथ के पैदल रास्ते पर घोड़े-खच्चरों की निगरानी के लिए भी जवान तैनात रहेंगे। गौरीकुंड से केदारनाथ के बीच के लगभग उन्नीस किलोमीटर लंबे पैदल मार्ग पर बड़ी संख्या में तीर्थयात्री घोड़े-खच्चरों की सवारी करके केदारनाथ पहुंचते हैं। घोड़े खच्चरों के साथ अमानवीयता न हो इसकी निगरानी के लिए रुद्रप्रयाग के जिला अधिकारी मयूर दीक्षित ने इस साल बीस पीआरडी के जवानों को निगरानी के लिए पैदल मार्ग पर तैनात करने की योजना बनाई है। रविवार को बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष द्वारा केदारनाथ यात्रा को लेकर आयोजित बैठक में उन्होंने यह जानकारी साझा की।
श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्था को लेकर रुद्रप्रयाग में अधिकारियों की यह बैठक ली थी। उन्होंने इस मौके पर केदारनाथ मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य त्वरित गति से शुरू करने और पैदल मार्ग की मरम्मत जल्दी ही शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट इस साल 25 अप्रैल खुलेंगे, यात्रियों को दिक्कत कोई दिक्कत न हो इसके लिए जिस स्तर से जो भी व्यवस्थाएं एवं तैयारियां की जा रही हैं, वे 15 अप्रैल से पहले-पहले पूरा की जाए।
उन्होंने केदारनाथ यात्रा में तैनात कर्मचारियों को इस कार्य हेतु प्रशिक्षित किए के निर्देश भी दिए। जिससे यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं को संचालित करने में परेशानी न हो।
रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक को भी निर्देश दिए हैं कि यात्रा के दौरान पार्किंग एवं यातायात का उचित प्लान तैयार कर लिया जाए। कानून-व्यवस्था और सुरक्षा में तैनात किए जाने वाले पुलिस कर्मियों को उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाय। केदारनाथ धाम सहित यात्रा मार्ग में उचित स्वास्थ्य सुविधाएं, साफ-सफाई व्यवस्था, पर्याप्त शौचालयों की व्यवस्था तथा संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के लिए उचित पानी की व्यवस्था एवं यात्रा मार्ग में विद्युत व्यवस्था आदि सभी व्यवस्थाओं को दुरस्त रखने के निर्देश दिए गए।
बैठक में रुद्रप्रयाग के डीएम मयूर दीक्षित ने जानकारी दी कि केदारनाथ यात्रा के संचालन के लिए तैनात किए गए अधिकारियों एवं कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया को संपादित किए जाने की तर्ज पर सभी को उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्हें उनके कार्यों के बारे में पूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है। जिससे यात्रा के दौरान किसी प्रकार की कोई समस्या न आए। उन्होंने आश्वस्त किया कि यात्रा के सफल संचालन के लिए जो भी तैयारियां एवं व्यवस्थाएं जिस स्तर से की जानी हैं उन सभी को आवश्यक निर्देश दिए जा चुके हैं। सभी विभाग तैयारी में जुटे हैं। और बताया कि केदारनाथ के यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए बर्फ हटाने का कार्य सोमवार से शुरू करने के निर्देश दिए हैं। यात्रा मार्ग में जिन स्थानों में वर्तमान में बर्फ नहीं है उस क्षेत्र में क्षतिग्रस्त मार्ग को ठीक कराने के भी निर्देश डीडीएमए को दिए गए हैं।
उन्होेंने यह भी अवगत कराया है कि यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों के साथ किसी प्रकार की कोई क्रूरता न हो तथा बीमार व कमजोर घोड़े-खच्चरों का किसी भी दशा में संचालन न किया जाए इसकी निगरानी के लिए 20 पीआरडी जवानों की तैनाती की गई है जिन्हें उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुए यात्रा मार्ग में घोड़े-खच्चरों की निगरानी के लिए विभिन्न यात्रा पड़ावों में तैनात किए जाएंगे।
केदारनाथ के पैदल रास्ते पर पीआरडी के जवान करेंगे घोड़े-खच्चरों की निगरानी।
PRD Personal will also be deployed to monitor horses and mules on the way to Kedarnath.
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