रूद्रप्रयाग।
मौसम की मार केदारनाथ हैलीसेवा पर भी पड़ रही है। सोमवार को पूरे दिनभर मौसम खराब रहने से केदारनाथ के लिए हैलीसेवा की एक भी फेरी नहीं लग पायी। रूद्रप्रयाग जिला प्रशासन की ओर से केदारनाथ हेलि सेवा के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी राहुल चौबे ने टेलिफोन पर बताया कि लगातार मौसम खराब रहने के कारण केदारनाथ जाने वाले हैलिकॉप्टरों की फेरी कई मौकों पर रद्द करनी पड़ रही है।
इन दिनों दो हैलिकाप्टर सेवा प्रदाता कंपनियां केदारनाथ के लिए हेली सेवा उपलब्ध करा रही है। जिसमें गुप्तकाशी और सिरसी से केदारनाथ के लिए हैलिकाप्टर की सटल सेवा उपलब्ध है। गुप्तकाशी में टाªस भारत एविएशन और गुप्तकाशी से गौरीकुण्ड के लिए जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर 27 किलोमीटर आगे सिरसी गांव से हिमालय हैली की ओर से केदारनाथ जाने और आने के लिए हैली सेवा उपलब्ध है। लेकिन खराब मौसम के कारण इन्हें भी लगातार अपनी सेवायें रद्द करनी पड़ रही हैं। जिससे हैली से केदारनाथ के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। मंगलवार को मौसम कुछ घंटों के लिए ठीक रहा तो दोनो कंपनियों ने 22 फेरे लगाए और एक सौ सत्ताईस यात्रियों को केदारनाथ ले गए तथा एक सौ बाईस को वापस लाए। लेकिन सोमवार की तरह कई दिन इन हैली कंपनियों को अपनी सेवाएं स्थगित करनी पड़ रही है।
केदारनाथ के लिए पूर्व में हैली सेवाएं बरसात के मौसम में कम ही संचालित होती थी। शुरूआत में केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ इनकी सेवाएं शुरू होती थी और बरसात के मौसम की शुरूआत के साथ लगभग 15 जून से बंद हो जाती थी। फिर बर्षात खत्म होने के बाद सितम्बर और अक्टूबर में केदारनाथ के लिए हैली सेवाएं उपलब्ध हो जाती थी। फाटा में पर्यटन व्यवसायी बी के कुर्माचंली ने बताया कि 2022 से पहले केदारघाटी में सेवाएं देने वाली अधिकतर एविएशन कंपनियां लगभग 15 जून से अपनी सेवाएं स्थगित कर देती थी,वरसात पूरी होने के बाद 15 सितम्बर से फिर से इनकी सेवाएं शुरू होती थी। लेकिन 2022 में सिरसी में हिमालयन हैली ने वर्षात के मौसम मे भी अपनी सेवाएं चालु रखी। इस साल हिमालयन के अलाव ट्रांस भारत एविएशन ने भी अपनी सेवाएं यथावत रखी है। कुमांचली जी कहते हैं कि वरसात में मंदाकिनी के इस उपरी जलग्रहण के इलाके में बहुत ज्यादा कोहरा छा जाता है। केदारघाटी की भूआकृति जो वी घाटी है के कारण अन्य इलाकों की अपेक्षा यहां कोहरा ज्यादा रहता है जिससे हैलिकाप्टर संचालन में दिक्कत होती रही है इस लिए पूर्व में हैली सेवाएं बरसात में बंद रहती थी।
इस साल केदारनाथ मंदिर के कपाट अप्रैल के आखरी पखवाड़े में खुले। कपाट खुलने के बाद गुप्तकाशी से लेकर गौरीकुण्ड के बीच लगभग नौ एविएशन कंपनियों ने अपनी हैली सेवाएं शुरू की थी। जिसमें दो कंपनियों ने गुप्तकाशी से, चार ने फाटा से, दो ने सेरसी गांव से तथा एक कंपनी ने सोनप्रयाग के पास सीतापुर गांव से अपनी सेवा शुरू की थी। इनमें से सात कंपनियों ने दो महीने तक सेवाए दी और बरसात को देखते हुए जून में वासप लौट गई थी।
बारिश और कोहरे का असर यहां रूकी हैली सेवा प्रदाता कंपनियों के काम पर भी देखा जा रहा है। कपाट खुलने से लेकर 26 जून तक लगभग दो महीनों में कुल साठ हजार आठ सौ बारह तीर्थयात्री हैलिकाप्टर से केदारनाथ गए और उनसाठ हजार छै सौ तीस यात्री हैली से वापस लौट वहीं 26 जून से लेकर और मंगलवार सांय तक बर्षात के लगभग इन दो महीनों की अवधि में यह संख्या तकरीबन पिचासी फीसदी घट गई थी। 26 जून से 22 अगस्त के बीच सात हजार चार सौ चालीस तीर्थयात्री हैली के जरिए केदारनाथ गए और सात हजार तीन सौ यात्री वापस लौटे। कमोवेश यही स्थिति हैलीकाप्टर की फेरी को लेकर भी थी। बर्षात के इन दो महीनों में इन दोनों कंपनियों के हैलिकाप्टरों के 1370 चक्कर लगे जबकि शुरूआत के दो महीनों में दस हजार सात सौ चौवन सटल सेवाएं हैलिकाप्टर कंपनियों ने उपलब्ध करायी।
खराब मौसम के कारण जहां केदारनाथ के लिए शटल सेवा इन दिनों लगातार बंद हो रही है वहीं हैलिकाप्टर के टिकट बुक करने के लिए तीर्थयात्रियों को चने चबाने पड़ रहे हैं। फाटा में जहां से चार एविएशन कंपनियां हैली सेवाएं उपलब्ध कराती हैं वहां के एक व्यवसायी ने बताया कि होटल के कमरों की बुकिंग हैली के टिकट न मिल पाने से स्थगित हो रही है। उन्होंने बताया कि हर दिन देश के अलग भागों से उनके होटल में कमरे की बुकिंग के लिए तीर्थयात्री फोन करते हैं लेकिन बाद में संदेश आता है कि हैलिकाप्टर के टिकटों की बुकिंग नहीं हो पा रही है। जिससे होटल में रहने की व्यवस्था को रद्द करने का निवेदन करते हैं। कुर्मांचली बताते हैं कि मंगलवार को उनके परिचित तीर्थयात्री का महाराष्ट्र से फोन आया कि पिछले कई दिनों से हैली के टिकट की बुकिंग का प्रयास कर रहा हूं लेकिन बेबसाईट से टिकट बुक नहीं हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि आजकल लगातार इस तरह की शिकायत मिल रही है। टिकट बुकिंग की साईट खुलने के बाद भी बुंिकग नहीं हो पा रही है। इस मामले में रूद्रप्रयाग के जिला पर्यटन अधिकारी और केदारनाथ हैली सेवा के नोडल अधिकारी राहुल चौबे कहते हैं कि टिकट की बुकिंग और खराब मौसम का कोई संबंध नहीं है। टिकटों की बुकिंग खुली हुई है। तकनीकी वजह से टिकट बुक नहीं हो पा रहे होंगे वह एक मसला है लेकिन केदारनाथ के मौसम और हैली सेवाओं का न चल पाना इससे जुड़ा हुआ मसला नहीं है।
केदारनाथ में हैली सेवाएं पिछले लंबे समय से अलग-अलग कारणों से विवाद का विषय रही है। टिकटों का ब्लैक में दिया जाना, टिकटों के फ्राड से जुड़े मामलों आदि अनेक विवाद इन सेवाओं से जुड़े रहे हैं। इनकों देखते हुए राज्य सरकार ने हैली सेवाओं के टिकटों को नियंत्रित रखने के लिए राज्य सरकार के गढ़वाल मंडल विकास निगम के माध्यम से टिकटों की आनलाईन बिक्री की व्यवस्था शुरू की जिससे टिकटों के ब्लैक में बिक्री की शिकायतों पर बिराम लगा।
इस साल केदारनाथ हैली सेवा के टिकट रेलवें की आई आर सी टी सी की बेबसाईट के माध्यम से उपलब्ध कराये जाने की व्यवस्था शुरू की गई। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार इस साल आई आर सी टी सी की वेबसाईट से आनलाईन टिकट खरीदने की व्यवस्था बनायी गई है। टिकट खरीदने से पहले केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य किया गया है।
वर्षात में चारधाम यात्रा काफी कम हो जाती है। गिनती के यात्री इन दिनों यात्रा के लिए निकलते हैं। इनमें से हैली से यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों की संख्या भी उसी अनुपात में कम होती है, इसके बाबजूद भी हैली के टिकट बुक होने में हो रही दिक्कते हैली सेवाओं से जुड़ी व्यवस्थओं पर प्रश्नचिन्ह् लगा रही है।