गोपेश्वर।
विश्वप्रसिद्ध फूलों की घाटी गुरुवार से पर्यटकों के लिए खोल दी गयी है। शुरुआत 40 पर्यटकों से हुई जिन्होंने गुरुवार को
फूलों की घाटी की यात्रा की।
समुद्रतल से लगभग 13000 फीट पर स्थित विश्व धरोहर वैली ऑफ फ्लावर के नाम से भी जाना जाता है। यहां फूलों की 200 से अधिक पुष्प प्रजातियां पाई जाती हैं। जिसमें बह्रमकमल, जैस्मिन, गोल्डन लिली, ब्लू पॉपी,मैरीगोल्उ सहित कई अन्य फूल हैं। पुष्प प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है।
बिट्रिश पर्वतारोही फ्रेंक स्मिथ इसे दुनिया के सामने लाए। 1982 में तत्कालीन उ.प्र. सरकार ने फूलों की घाटी को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा दिया था। यह चमोली जिले में बद्रीनाथ के समीप स्थित है। यह 87.50 वर्ग किमी में फैला यह राष्ट्रीय उद्यान, बाद में यूनेस्को की विश्व धरोहर साईट में शामिल किया गया।
यहां जाने के लिए भारतीयों के लिए 150 तथा विदेशी पर्यटकों को 600 रूपये रजिस्ट्रेशन फीस देनी होती है।
