चमोली:
चमोली करंट हादसे में मृतकों के परिजनों यह सामने अब रोजी-रोटी का संकट खड़ा होने लग गया है, कई परिवार ऐसे हैं जिनके एकमात्र कमाई करने वाले परिवार के मुखिया उस करंट हादसे में अपनी जान गवा चुके हैं पीड़ित परिवारों की इस तरह के हालात देखकर सामाजिक संगठनों से जुड़े कई लोग मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा रहे हैं । जनपद चमोली की हर आपदा में युवाओं की एक टीम आपदा प्रभावित और पीड़ितों के लिए हमेशा खड़ी रहती है जिसका नाम एलडीआरएफ (लोकल डिजास्टर रिलीफ फोर्स, LDRF) है,
एच डी आर एफ टीम से जुड़े पत्रकार एवं समाजसेवी सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि टीम जिला मुख्यालय गोपेश्वर से फर्स्वाण फाट क्षेत्र में पहुंची और जहां पर बहुत ही जरूरतमंद 5 परिवारों को आवश्यक सामग्री वितरित की जिसके बाद पूरी टीम पीड़ित 12 परिवारों के घर पहुंची और परिवार की जरूरतों की जानकारी ली, उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे बच्चों व परिवार को छोड़कर जब घर का मुखिया चला जाता है तो परिवार पर जहां दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है वही आर्थिक रूप से कमजोर होने के चलते जीविकोपार्जन का संकट भी खड़ा हो जाता है ।
ऐसे में टीम ने आश्वस्त किया है कि शासन प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय युवा भी उन पीड़ित परिवारों के लिए हर संभव मदद करने के लिए तैयार है इस दौरान अंकोला पुरोहित, सुरेंद्र रावत, विपिन कंडारी, मनवर नेगी, आयुष हटवाल, शुभम पंवार, अमित अभिषेक बिष्ट बंधु, अंकित, सुशील, राजू रावत, वैभव मिश्र, आयुष सती, पूरण कोरंगा, विवेक रावत आदि मौजूद रहे।