गोपेश्वर।
चमोली के मुख्य विकास अधिकारी डा ललित नारायण मिश्र ने प्रोजक्ट 21 एक्स्पडिसन को हरी झंडी दिखा कर सीमा क्षेत्र के लिए रवाना किया।
प्रोजेक्ट 21 एक्सपिडिसन के तहत उत्तराखण्ड की तिब्बत से लगी अर्न्तराष्ट्रीय सीमाओं पर स्थित 21 दर्रों (जिनकी ऊॅचाई समुद्र तल से 5100 मी0 से 5800 मी0 तक है) पर उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग एवं भारतीय सेना के सहयोग से आरोहण किया जाएगा।
उत्तराखण्ड राज्य के सीमान्त क्षेत्रों में पर्यटन एवं भारत सरकार के वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम को बढावा देने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र ने आज मंगलवार को संयुक्त मजिस्ट्रेट डा.दीपक सैनी द्वारा किये जा रहे Project 21 Expedition को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया गया।
इस प्रोजेक्ट के तहत् संयुक्त मजिस्ट्रेट चमोली द्वारा उत्तराखण्ड राज्य की तिब्बत से लगी अर्न्तराष्ट्रीय सीमा पर स्थित 21 दर्रों (जिनकी ऊॅचाई समुद्र तल से 5100 मी0 से 5800 मी0 तक है) पर उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग एवं भारतीय सेना के सहयोग से चढ़ाई की जाएगी। इस अभियान से जहां एक ओर सीमान्त क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा वहीं दूसरी ओर नागरिक-सैन्य समन्वय् को भी मजबूती मिलेगी।
इस अवसर पर डा. सैनी द्वारा अवगत कराया गया कि प्रशासन हमारे राज्य की अर्न्तराष्ट्रीय सीमाओं तक पहुॅचने एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में अपना योगदान देने के लिए जागरूक एवं कर्तव्यबद्ध है और यह कार्यक्रम उसी दिशा में एक पहल है।
मा. प्रधान मंत्री द्वारा भी सीमान्त क्षेत्र में स्थित भारत के प्रथम गांव माणा से राज्य के सीमान्त क्षेत्रो में पर्यटन को बढ़ावा देने का आह्वान किया था।
Project 21 Expedition was flagged off and sent to the border area. 21 passes in Uttarakhand to be climbed.