गोपेश्वर।
योगी आदित्यनाथ एक दिन के बद्रीनाथ प्रवास के बाद केदारनाथ पहुंच गए हैं। वे शनिवार अपराह्न बद्रीनाथ धाम पहुंचे। जहां उन्होंने भगवान बद्रीविशाल के दर्शन किए। सीमा क्षेत्र में सैनिकों का हाल जाना और सरस्वती नदी के दर्शन और जलग्रहण किया।
अपने भ्रमण के दौरान योगी ने कहा कि उत्तराखंड मेरे लिए नया इलाका नही है, यह मेरी जन्मभूमि है, मैने अपना बचपन उत्तराखंड में ही बिताया है और जब भी मुझे उत्तराखंड आने का अवसर मिलता है तो मुझे बहुत अन्तःकरण से आनंद की अनुभूति होती है।
उन्होंने भगवान बद्री विशाल के दर्शन के बाद कहा कि आज श्री बद्री विशाल जी के दर्शनों का सौभाग्य मिला,यह पवित्र स्थान जहां अनेक संतों एवं योगियों ने अपनी साधना और तप से पवित्र किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तराखंड सरकार के साथ विकास और पर्यटन की सभी संभावनाओं के साथ मिलकर कार्य करेंगी।
रविवार सुबह योगी आदित्यनाथ हैलीकॉप्टर के लिए निकले। जहां भगवान शिव के दर्शन के बाद वापस लौटेंगे।
शनिवार को योगी आदित्यनाथ श्री बद्रीनाथ धाम पहुंचे थे। आर्मी हेलीपैड माणा में प्रशासन, पुलिस एवं आर्मी के अधिकारियों से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री सरस्वती नदी के दर्शन किए और जल ग्रहण किया। बाद में सीमा की चैक पोस्ट मूसा पानी का भ्रमण किया। भारत-चीन सीमा पर घस्तोली में तैनात आईटीबीपी के जवानों से मिले और उनका हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अचानक अपने बीच पाकर उत्साहित जवानों ने भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे लगाये।
मुख्यमंत्री द्वारा श्री बद्रीनाथ धाम में निर्माणाधीन उत्तर प्रदेश पर्यटक आवास गृह का निरीक्षण करते हुए निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गयी। उन्होंने कहा की उत्तर प्रदेश पर्यटक आवास गृह के शेष निर्माण कार्यों को जल्द पूरा किया जाए ताकि श्री बद्रीनाथ धाम में पहुँचने वाले श्रद्धालुओं को इसका शीघ्र लाभ मिल सकें।
बाद में वे श्री बद्रीनाथ मन्दिर पहुंचे जहां मंदिर परिसर में तीर्थ पुरोहितों ने स्वागत किया। जिसके बाद श्री बद्री विशाल की शयन आरती में सम्मिलित हुए और बद्रीनारायण के दर्शन एवं विशेष पूजा अर्चना की। जहां उन्होंने मन्दिर परिसर में मौजूद श्रद्वालुओं और स्थानीय जनता का अभिवादन किया।
सीएम के भ्रमण से पूर्व बद्रीनाथ मंदिर परिसर में सुरक्षा के भी पुख्ता इन्तजाम किए गए थे।