सुदूरवर्ती गांव वाण में आयोजित बहुउदेशीय शिविर में 106 शिकायतों में से 76 का हुआ मौके पर निस्तारण।
05 दिव्यांगजनों को मौके पर किया गया प्रमाण पत्र जारी।
गोपेश्वर।
जन समस्याओं एवं शिकायतों का स्थानीय स्तर पर निस्तारण के लिए शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी डा.ललित नारायण मिश्र की अध्यक्षता में देवाल ब्लाक के दूरस्थ गांव वाण में बहुउदेशीय शिविर आयोजित किया गया। शिविर में क्षेत्रीय जनता ने 106 शिकायत दर्ज की गई ,जिसमें से 76 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया। बहुउदेशीय शिविर में विभागों की ओर से स्टाॅलों के माध्यम से योजनाओं की जानकारी दी गई। इनसे 450 से अधिक लोग लाभान्वित हुए।
मुख्य विकास अधिकारी ने इस अवसर पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि इन बहुउदेशीय शिविरों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर आम जनता की समस्याओं का निस्तारण करने और सरलता से विभागीय योजनाओं का आम आदमी तक पहुॅचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जो भी समस्याएं एवं शिकायतें है उनका प्राथमिकता पर निस्तारण किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने मत्स्य पालकों की आजीविका संबर्धन के लिए मनु मत्स्य जीवी सहकारी समिति को रेफ्रिजरेटर मत्स्य वैन की चाबी सौंपी। मत्स्य विभाग द्वारा समिति को 15.61 लाख लागत से मत्स्य वैन उपलब्ध करायी गई है। इस वैन में माइनेस 08 डिग्री तापमान रहता है जिससे मछलियों के विपणन में सुविधा मिलेगी।
बहुउदेशीय शिविर में देवाल विकासखण्ड के दूरस्थ गांवों से लोग पहुंचे थे। इस दौरान मेलखेत, मुन्दोली, सुया, पलवरा, चोटिंग, हरमल, बांक, बेड़धार, देवस्थली, बाणुली, उदयपुर आदि गांवों के लोगों ने अपने क्षेत्र की समस्याएं रखी। क्षेत्रवासियों ने भरण तोक से कनौल तक 8 किलोमीटर मोटर मार्ग स्वीकृत कराने, राइका वांण व ल्वाणी में विज्ञान फैकल्टी खोले जाने, लोहाजंग में एटीएम स्थापित किए जाने, रूपकुंड ट्रेक पर ट्रेकिंग शुरू कराने, ब्रहमताल, भैकलताल ट्रेक रूट के मार्ग को ठीक कराने, लोहाजंग में नया वन रेंज तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्थापित करने, हरमल चिकित्सा केन्द्र में तीन वर्ष से फार्मसिस्ट के न होने, कुलिंग में विस्थापन धनराशि से वंचित परिवारों को राहत राशि उपलब्ध कराने, फसलों की जंगली जानवरों से सुरक्षा के लिए तारबाड़ आदि समस्याएरु/शिकायतें दर्ज की। जिसमें से अधिकांश शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया। शिविर में यूपीसीएल, पीएमजीएसवाई तथा एनपीसीसी के अधिशासी अभियंता के अनुपस्थित रहने पर उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए गए।
शिविर में स्वास्थ्य विभाग ने 106, होम्योपैथिक ने 48, आयुर्वेद ने 50 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर निःशुल्क दवा वितरित की। इसके अलावा 5 लोगों को दिब्यांग प्रमाण पत्र भी जारी किए गए। पशुपालन विभाग ने 10 पशुपालकों को पशुओं की दवा वितरित की। विद्युत विभाग ने 10 समस्याओं का निराकरण किया। इस मौके पर राइका वांण की छात्राओं ने स्वागत गीत और राष्ट्रीय जलवायु एवं मानव स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशन सिंह दानू के नेतृत्व नाटक प्रस्तुत किया गया।