Disaster victims of Paingarh village would be rehabilitated.
चमोली जिले की पिंडर घाटी के सभी आपदा प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पुनर्वास की तैयारी की जा रही है। चमोली के जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने मंगलवार को थराली तहसील के इस आपदा प्रभावित पैनगढ गांव का स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने आपदा पीडित परिवारों को सरकार की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।
पैनगढ में 22 अक्टूबर की रात गांव के ऊपर की पहाड़ी से हुए भूस्खलन की चपेट में आने से एक ही परिवार के चार लोगों की मृत्यु हो गई थी, जबकि कुछ मकान, गौशाला एवं परिसंपत्तियां भी क्षत्रिग्रस्त हुई है। अभी भी पहाड़ी से लगातार बडे-बडे बोल्डर गिर रहे है जिससे पैनगढ गांव के पल्ला खोला और रूपगढ तोक के परिवारों के आवासीय मकान खतरे की जद में है।
भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि आपदा की जद में आए सभी परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थायी विस्थापन कराया जाएगा। उन्होंने भू-वैज्ञानिक टीम को जल्द से जल्द सर्वे करके सुरक्षित भूमि चिन्हित करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।

आपदा प्रभावित ग्रामीणों से वार्ता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जब तक स्थाई विस्थापन होता है, तब तक के लिए सभी प्रभावितों की सहमति से किसी सुरक्षित स्थान पर 10 लाख की धनराशि से कम्युनिटी शैल्टर निर्मित किया जा सकता है। जिससे प्रभावितो परिवारों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा सके। उन्होंने एसडीएम को गांव में प्रभावित परिवारों के ठहरने की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
जिलाधिकारी ने आपदा प्रभावित परिवारों में त्रिपाल व कंबल वितरित करना और साथ ही सोलर लाईट, पानी, राशन एवं अन्य आवश्यक सामग्री की भी समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।