रुद्रप्रयाग।
रेल परियोजना के गतिमान कार्यों से स्थानीय जनता को किसी प्रकार की कोई परेशानी न होनी चाहिए। यदि किसी को कोई समस्या होती है तो उसका यथाशीघ्र निराकरण किया जाना चाहिए। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने शनिवार को रेल परियोजना एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को यह निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने रेल परियोजना की नरकोटा से खांकरा के बीच टनल निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण कर रेल परियोजना के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों से निर्माण कार्यों की जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से रेल परियोजना के निर्माण कार्यों को समयबद्धता एवं गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि टनल में कार्य कर रहे कर्मचारियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए। रेल परियोजना के निर्माण कार्यों में आ रही समस्याओ और परेशानी की भी सुध ली।
ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के मैनेजर बी.पी. गैरोला ने इस दौरान जिलाधिकारी को बताया कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच 9 पैच पर निर्माण कार्य गतिमान है, जिसमें 5 कार्यदायी संस्थाएं कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि नरकोटा से खांकरा तक 2 कि.मी. टनल का कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा सभी टनलों में कार्य गतिमान है।
गैरोला ने रात में टनल के निर्माण के लिए ब्लास्टिंग की अनुमति दिए जाने का अनुरोध जिलाअधिकारी से किया। और मलवे के निस्तारण के लिए अतिरिक्त डंपिंग जोन की मांग भी की।
जिलाधिकारी ने रेल परियोजना के अधिकारियों एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों से कहा कि रात्रि में यदि जो भी ब्लास्ट किया जाता है तो उसके संबंध में स्थानीय लोगों को पहले ही इसकी सूचना से अवगत कराया जाए। इसके साथ ही उन्होंने तहसीलदार को भी इसकी सूचना उपलब्ध कराने को कहा ताकि इस संबंध में उनके द्वारा भी स्थानीय ग्रामीणों को जानकारी दी जा सके। उन्होंने डंपिंग जोन बनाए जाने के लिए तहसीलदार को उचित स्थान चिन्हित करने के निर्देश दिए।