गोपेश्वर.
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एंटी रैगिंग अभियान की शुरुआत की गई।
महाविद्यालय में आयोजित एंटी रैगिंग कार्यक्रम में अभियान की शुरुआत करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. कुलदीप सिंह नेगी ने महाविद्यालय के सभी छात्र-छात्राओं का आह्वान करते हुए कहा कि, शैक्षणिक संस्थाओं में रैगिंग करना पूर्णतः प्रतिबंधित है।
इसी क्रम में उनके द्वारा छात्र- छात्राओं को आगे जानकारी देते हुए बताया कि एंटी रैगिंग कानून के तहत दोषी पाए जाने पर तीन साल की सश्रम कैद भी हो सकती है और दोषी छात्र पर आर्थिक दंड भी लगाया जा सकता है।
एंटी रैगिंग प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ दिनेश सती ने बताया कि समिति द्वारा स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को एंटी रैगिंग के बारे में विस्तार से बताने के साथ ही महाविद्यालय द्वारा उनकी सहायता हेतु हेल्प नंबर भी जारी किए किये गये हैं।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के एंटी रैगिंग प्रकोष्ठ के सदस्य डॉ वंदना लोहनी, डॉ रमन बहुगुणा, डॉ अनीता सजवाण, डॉ कुलदीप नेगी, डॉ डीएस नेगी आदि भी मौजूद थे।
18 वर्षों बाद ग्राम कुमेड़ा की देवी राजराजेश्वरी की डोली जायेगी बद्रीनाथ यात्रा पर
नागपुर पट्टी के पोखरी विकास खण्ड के कुमेड़ा गांव से भगवती राजराजेश्वरी 18 वर्षों के उपरांत 3 सितम्बर को अपने गर्भ गृह से बाहर आकर बदरीनारायण के दर्शन के लिए प्रस्थान करेगी।
इस दौरान देव डोली क्षेत्र के गाँवों का भ्रमण कर भक्तों को दर्शन देते हुए ध्याणियों की कुशलक्षेम भी लेगी।
मन्दिर समिति के अध्यक्ष गुलाब सिंह नें जानकारी देते हुए बताया कि,कुमेड़ा गांव से भगवती माँ राजराजेश्वरी की चल विग्रह डोली 4 सितंबर को अपने गर्भ गृह से बदरीनाथ के लिए प्रस्थान हेतु बमोथ पहुंचेगी। यहाँ से देवडोली कालेश्वर, चमोली , गरुड़गंगा, जोशीमठ, पांडुकेश्वर होते हुए, 10 सितंबर को श्री बदरीधाम पहुंचेगी।
श्री बदरीधाम में बदरीनारायण के दर्शन एवं कर देवडोली 11 सितम्बर को पांडुकेश्वर, जोशीमठ, गरुड़ गंगा, चमोली, घुड़साल , त्रिशूला, पोखरी, उडामांडा, सिनाऊ आदि गाँवों का भ्रमण कर 20 सितम्बर को अपने मूल स्थान कुमेड़ा में पहुंचेगी।
20 सितम्बर को मन्दिर में हवन पूर्णाहुति के पश्चाद् देवी का चल विग्रह अपने गर्भ गृह में प्रतिष्ठापित होगा।
उन्होंने जानकारी दी कि,इस दौरान देवी मंदीर में विशाल भंडारे का भी आयोजन होगा।
ग्राम प्रधान कुमेडा चंद्रमोहनसिंह नेगी ने बताया कि देवरा यात्रा को लेकर कुमेड़ा, सिनाऊं, उड़ामांडा, खाल, सरमोला, गडूना, करछुना, छंदोली, सूगी सुखसारी एवं बमोथ आदि गांवों में भारी उत्साह है। उन्होंने बताया कि देवडोली के साथ इन गाँवों से भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु जा रहें हैं।
इस अवसर पर मन्दिर समिति के कोषाध्यक्ष देवेंद्र सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह नेगी, भगवती रावत, बुद्धि सिंह नेगी, पं. शिव प्रसाद खाली, पं. भगवती प्रसाद खाली, संतोष कुमार, प्रेमलाल सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।