गोपेश्वर।
सीमा को जोड़ने वाली मलारी-नीती मोटर मार्ग पर डेढ़ माह पूर्व क्षतिग्रस्त मोटर पुल को जल्द से जल्द निर्माण किए जाने की मांग को लेकर जोशीमठ के लोगों ने रक्षा मंत्रालय से गुहार लगाई है। मलारी से सीमा और वहां बसे छह गांवों को जोड़ने वाला यह मोटर पुल 16 अप्रैल को क्षतिग्रस्त हो गया था।

सोमवार को जोशीमठ के लोगों ने रक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर इस महत्वपूर्ण मोटर सड़क के क्षतिग्रस्त पुल को जल्द ही आवागमन योग्य बनाने की मांग की है।
इससे पूर्व नीती-घाटी के जनप्रतिनिधियों ने भी मोटर पुल न बनने से इस इलाके के छह जनजातीय गांवों के निवासियों की दिक्कतें को दूर करने के लिए पुल को आवागमन योग्य बनाने की मांग को लेकर सरकार को ज्ञापन दिया था।
पुल मलारी गांव से लगभग 200 मीटर आगे धौली गंगा की सहायक धारा पर बना था जो अचानक टूट गया था। सीमा सड़क संगठन ने सेना की आवाजाही के लिए कामचलाउ पुल तैयार किया था जिससे आवागमन बना रहे लेकिन अब ग्लेशियर के बढ़ने से गिर्थी गंगा में पानी बढ़ जाने से आवागमन बाधित हो रहा है जिससे स्थानीय लोगों को आने जाने में दिक्कत हो रही है। इन दिनों इन गांवों में जनजातीय परिवार अपने शीतकालीन प्रवास स्थलों से इन गांवों में सिप्ट हो रहे हैं, जिनमें वृद्ध लोगों को आवागमन में दिक्कत हो रही है।
दूसरी ओर पुल का निर्माण कर रही सीमा सड़क संगठन के कंमाडर कर्नल अंकुर महाजन ने बताया कि पुल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। दो दिन में नए पुल को आवागमन योग्य बना दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पुल का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा। पुल के निर्माण के लिए एक सौ चालीस लोग वहां काम पर लगे हैं, जिनमें चालीस से अधिक तकनीकी अधिकारी भी शामिल हैं।
दो दिन में पुल तैयार हो जाएगा।
A new motor bridge at Buransh near Malari, District Chamoli, would be completed in next 2 days.