गोपेश्वर।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद तथा गढ़वाल विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वधान में गोपेश्वर में चल रहे गाइड प्रशिक्षण के तहत रविवार को “हेरिटेज वॉक” के गुर बताए गए।
चमोली जनपद के युवाओं के लिए आयोजित इस दस दिवसीय “टूरिस्ट डेस्टिनेशन गाइड कोर्स” के अंतर्गत मंदिर मार्ग, गोपीनाथ मंदिर, बैतरणी कुंड, प्राचीन बद्री केदार पुरातन मार्ग में एक हेरिटेज वॉक के साथ ही “स्पॉट टीचिंग” का विशेष सत्र आयोजित किया गया।
मंदिर प्रांगण में डॉक्टर अरविंद भट्ट द्वारा गोपीनाथ मंदिर के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व पर स्पॉट टीचिंग की गई।
सोशल मीडिया में पर्यटन प्रचार प्रसार के महत्व के साथ सारगर्भित जानकारियों के समावेश, प्रस्तुतिकरण पर महेश पैन्यूली एवम उज्ज्वल द्वारा प्रस्तुतिकरण दिया गया।
जिम्मेदार पर्यटन के अंतर्गत “सैर सलीका अभियान” की जानकारियां डॉक्टर सर्वेश उनियाल द्वारा साझा की गई।
हेरिटेज वॉक की विशेषता के अंतर्गत गाइड प्रशिक्षणार्थियों को इस बात की रोचक जानकारियां प्रदान की गई कि पुरातन बद्री केदार यात्रा मार्ग का गोपेश्वर कितना महत्वपूर्ण आधार स्थल था और यही कारण है कि इस स्थान से पैदल मार्ग की दूरी बद्रीनाथ और केदारनाथ के लिए लगभग बराबर थी। यही कारण है कि इस स्थल में इतना विशाल गोपीनाथ का मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थल रहा।
हेरिटेज वॉक का नेतृत्व भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय से लाइसेंस धारक गाइड जगदीश चमोला ने किया। कार्यक्रम के संचालन राकेश कोठारी ने किया।
हेरिटेज वॉक में 35सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
Gopeshwar heritage walk. HNBGU organized Tourist Destination Guide Course.