रुद्रप्रयाग।
गौरीकुंड हादसे में बीस लापता व्यक्तियों समेत 23 लोग हादसे के शिकार हुए हैं। जिला प्रशासन की ओर से यह सूची जारी की गई है। मृतक तीनों की शिनाख्त शनिवार अपराह्न उनके परिजनों ने की।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने शनिवार सायं बताया कि गौरीकुंड भू- स्खलन से लापता और मृत को मिला कर हादसे के शिकार व्यक्तियों की संख्या बढ़ कर 23 हो गई हैl
उन्होंने बताया कि स्थानीय व्यक्तियों प्राप्त जानकारी और सूचना के आधार पर बीस लापता व्यक्तियों में नेपाल मूल के 17 , रुद्रप्रयाग जिले के 4 और अन्य राज्यों के 2 व्यक्ति शामिल हैं। जिनकी संख्या 23 हो गई हैl
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जिन 3 लोगों के शव बरामद हुए हैं, सूची में इनके नाम शामिल नहीं थे l
मृतकों के परिजनों द्वारा की गई शिनाख्त के अनुसार तीनों व्यक्ति नेपाल मूल के हैं जिनमें 1-देवी बहादुर, 2-टेक बहादुर और तीसरा प्रकाश टम्टा शामिल हैं l
जो 20 लोग अभी भी लापता हैं उनके नाम है –
1, आशु उम्र 23 साल निवासी जलई।
2, प्रियांशु चमोला S/O कमलेश चमोला 18 साल निवासी तिलवाड़ा।
3, रणबीर सिंह 28 साल निवासी बस्टी।
4, अमर बोहरा S/O मान बहादुर बोहरा निवासी नेपाल।
5, अनिता बोहरा W/O अमर बोहरा 26 साल निवासी नेपाल।
6, राधिका बोहरा D/O अमर बोहरा 14 साल निवासी नेपाल।
7, पिंकी बोहरा D/O अमर बोहरा 8 साल निवासी नेपाल।
8, पृथ्वी बोहरा S/O अमर बोहरा 7 साल निवासी नेपाल।
9, जटिल S/O अमर बोहरा 6 साल निवासी नेपाल।
10, वकील S/O अमर बोहरा 3 साल निवासी नेपाल।
11, विनोद S/O बदन सिंह 26 साल निवासी खानवा भरतपुर।
12, मुलायम S/O जसवंत सिंह 25 साल निवासी नगला बंजारा सहनपुर।
13-सुगाराम S/O जोरा सिंह 45 वर्ष निवासी नेपाल
14- बम बोहरा S/O सतर सिंह बोहरा 31 वर्ष निवासी नेपाल
15- चंद्र कामी S/O लोउडे कामी 26 वर्ष निवासी पेरिया नेपाल
16- धर्मराज S/O मुन बहादुर 56 वर्ष निवासी जुमला नेपाल
17- नीर बहादुर S/O हरि बहादुर रावल 58 वर्ष निवासी नेपाल
18- सुमित्रा देवी W/O नीर बहादुर 52 वर्ष निवासी नेपाल
19- कुमारी निशा D/O नीर बहादुर 20 वर्ष निवासी नेपाल
20- रोहित बिष्ट S/O लक्ष्मन सिंह निवासी उतस्यू चोपड़ा l
उन्होंने बताया कि रेस्क्यू टीम द्वारा लापता व्यक्तियों का सर्च आपरेशन एवं खोजबीन कार्य किया जा रहा है ।
दूसरी ओर खराब मौसम के कारण सीएम शनिवार को गौरीकुंड नहीं पहुंच पाए। राहत एवं बचाव कार्यों के निरीक्षण के लिए आपदा प्रबंधन के सचिव और गढ़वाल के आयुक्त ने घटनास्थल का दौरा किया।
सचिव आपदा प्रबंधन डाॅ. रंजीत कुमार सिन्हा तथा गढ़वाल के आयुक्त ने भू-स्खलन एवं आपदा प्रभावित क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण कर भू-स्खनल से लापता/मृत हुए व्यक्तियों के सर्च एवं खोजबीन कार्यों का जायजा लिया। भू-स्खलन के कारण लापता हुए लोगों की खोजबीन कार्य को प्राथमिकता से करने के निर्देश राहत एवं बचाव कार्य में लगी टीमों को दिए। एक सरकारी विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
सर्च आपरेशन एवं खोजबीन कार्यों का सचिव ने जायजा लेते हुए सचिव ने लापता एवं मृत व्यक्तियों के प्रति दुख व्यक्त किया औरकरते हुए संवेदना प्रकट की।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित था किंतु खराब मौसम के कारण मुख्यमंत्री का आना संभव नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना पर दुख प्रकट करते हुए लापता एवं मृत हुए व्यक्तियों के प्रति संवेदना व्यक्त की है तथा सरकार इस घटना में मृत एवं लापता व्यक्तियों के परिजनों को सरकार द्वारा हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने सर्च आपरेशन एवं खोजबीन कार्यों में लगे आपदा प्रबंधन की टीमों को निर्देशित करते हुए कहा कि इस घटना से जो लोग लापता हैं उनकी तत्परता से खोजबीन करते हुए उनकी पहचान की जाए ताकि सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली सहायता राशि उनके परिजनों को उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जो लोग असुरक्षित एवं संवेदनशील क्षेत्रों में हैं उन्हें उस स्थान से शीघ्र हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा के दृष्टिगत संवेदनशील क्षेत्रों के लिए सर्वे के लिए टीम भेजी जाएगी जो इसका आंकलन करते हुए जो भी उचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
इस दौरान आयुक्त गढवाल मंडल विनय शंकर पांडेय ने कहा कि भू-स्खलन के कारण जो लोग लापता हैं उनका सर्च रेस्क्यू अभियान चलाते हुए उनकी खोजबीन का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार भू-स्खलन के कारण लापता एवं मृत व्यक्तियों के परिजनों के साथ है। उन्होंने कहा कि जैसे ही मृत व्यक्तियों के शव प्राप्त कर उनकी शिनाख्त हो जाती है तो उनके परिजनों को मानक के अनुसार सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
केदारनाथ की विधायक श्रीमती शैला रानी रावत ने कहा कि इस आपदा से लापता/मृत व्यक्तियों के प्रति दुःख व्यक्त करते हुए संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र आपदाग्रस्त क्षेत्र है तथा आपदा की दृष्टि से बहुत संवेदनशील है। इसके लिए उन्होंने इस क्षेत्र के लिए सरकार से विशेष पैकेज देने की भी मांग की तथा इस बात का भी विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी प्रकार की कोई जानमाल की हानि न हो इसके लिए उचित प्रबंधन किया जाए। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा स्थानीय लोगों का रोजगार का साधन है तथा जिन लोगों के ढाबे हटाए जा रहे हैं उनका भी विशेष ध्यान रखा जाए।भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती आशा नौटियाल, जिलाध्यक्ष भाजपा महावीर सिंह पंवार, ऊखीमठ ब्लाॅक प्रमुख श्रीमती श्वेता पांडेय, जिलाधिकारी डाॅ. सौरभ गहरवार ने भू-स्खलन के कारण लापता एवं मृत व्यक्तियों के लिए किए जा रहे सर्च आॅपरेशन एवं खोजबीन कार्यों में आपदा सचिव को जानकारी देते हुए कहा कि इस घटना में 20 लोग लापता हुए हैं जिनमें तीन लोगों के शव बरामद किए गए हैं तथा बाकी लापता व्यक्तियों का खोजबीन एवं सर्च आॅपरेशन का कार्य एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, आईटीबीपी, वाईएमएफ, पुलिस एवं जिला प्रशासन की टीमों द्वारा तत्परता से किया जा रहा है