गोपेश्वर।
चमोली जिले के अधिकारियों की टीम ने भूधसाव से त्रस्त जोशीमठ नगर के प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। जोशीमठ नगर में भू-धसाव की समस्या को लेकर मंगलवार को चमोली जिले के जिलाअधिकारी हिमांशु खुराना की अगुवाई में अधिकारियों की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया और रोकथाम के लिए कार्यक्रम बनाने को लेकर स्थानीय स्तर पर चर्चा की।
चमोली के अपर जिला सूचना अधिकारी रविन्द्र नेगी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चमोली के
जिलाधिकारी ने स्थलीय निरीक्षण के बाद अधिकारियों को जोशीमठ नगर के के ड्रेनेज प्लान बनाने और उसकी डीपीआर कर सुरक्षात्मक कार्य शुरू किए जाने के निर्देश दिए। जोशीमठ नगर की तलहटी पर मारवाड़ी पुल से विष्णुप्रयाग के बीच के हिस्से में अलकनंदा-नदी से हो रहे भूकटाव की रोकथाम के लिए सुरक्षा दीवाल के निर्माण हेतु आपदा न्यूनीकरण योजना के तहत प्रस्ताव उपलब्ध करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है जोशीमठ नगर के कई हिस्से भू-धसाव की जद में थे, हाल के महीनों में भू-धसाव की गति बढ़ने से दर्जनों भवनों तेजी से इसकी जद में आने से धंस रहे हैं, मकानों में दरारें आ रही है। ये घर असुरक्षित होने लगे हैं।
सूचना अधिकारी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान मकानों में आई दरारों की गंभीर समस्या को देखते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए इस संबंध में स्ट्रक्चरल इंजीनियर से परामर्श लेकर तत्कालिक रूप से सुरक्षात्मक कार्य शुरू किए जाए।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जिलाधिकारी ने जोशीमठ नगर क्षेत्र के मनोहर बाग, सिंग्धार, गांधीनगर, मारवाड़ी आदि विभिन्न वार्ड क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर मकानों की हालात का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, एसडीएम कुमकुम जोशी, जियोलॉजिकल विशेषज्ञ दीपक हटवाल, अधिशासी अभियंता सिंचाई अनूप कुमार डिमरी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी, तहसीलदार रवि शाह आदि मौजूद थे।