Saturday, March 15, 2025
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वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के गांव पीठसैंण में रखी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास की नींव

Foundation stone of Subhash Chandra Bose hostel laid in Peethsain village of Veer Chandra Singh Garhwali

50 गरीब छात्रों के रहने, खाने एवं पढ़ाई की होगी निःशुल्क व्यवस्था

पौड़ी।

वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली की जन्मभूमि पीठसैंण मासौं में गरीब, बेसहारा एवं अनाथ बच्चों के लिये जल्द ही नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के नाम से विद्यालयी छात्रावासतैयार हो जायेगा। जिसमें पौड़ी जनपद के 50 बालकों के रहने, खाने एवं पढ़ाई की निःशुल्क व्यवस्था की जायेगी।

बेसहारा छात्रों के लिए राज्य का का पहला छात्रावास होगा। इसमें पर असहाय बच्चों को आसरा देने के साथ ही आस-पास के विद्यालयों में उनकी पढ़ाई की व्यवस्था भी की जायेगी। 

विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने मंगलवार को थलीसैंण विकासखंड के दूरस्थ गांव पीठसैंण मासौं में नेताजी सुभाष चंद्र विद्यालयी छात्रावास का शिलान्यास किया। डॉ0 रावत ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानी एवं पेशावर कांड महानायक वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली के गांव मासौं में करीब 2 करोड़ 88 लाख की लागत से इस छात्रावास का निर्माण किया जा रहा है जिसमें क्षेत्र एवं जनपद के 50 गरीब, बेसहारा एवं अनाथ बच्चों के रहने, खाने एवं शिक्षा की निःशुल्क व्यवस्था की जायेगी। इन बच्चों को कक्षा-01 से कक्षा-08 तक निकटतम विद्यालयों में प्रवेश भी दिलाया जायेगा। छात्रावास में वार्डन के साथ ही दो अन्य शिक्षक भी तैनात किये जायेंगे जो यहां रहने वाले छात्रों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान करेंगे। 

डॉ0 रावत ने बताया कि क्षेत्र में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय स्तर के बेसहारा एवं निर्धन बच्चों के लिये आवासीय व्यवस्था उपलब्ध नहीं थी जिसको देखते हुये भारत सरकार को एक विद्यालयी छात्रावास का प्रस्ताव भेजा गया था, जिसको गंभीरता से लेते हुये केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय ने छात्रावास के निर्माण हेतु 2.88 लाख की धनराशि स्वीकृत की है। 

विद्यालयी शिक्षा मंत्री ने बताया कि अभी तक विभाग द्वारा जनपद पौड़ी के विभिन्न क्षेत्रों से 21 असहाय एवं निर्धन बच्चों को चिन्हित कर लिया गया है। जिनके रहने की व्यवस्था फिलहाल राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर गढ़वाल के छात्रावास में की जा रही है। छात्रावास का निर्माण होते ही उन्हें नये छात्रावास में शिफ्ट कर लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि छात्रावास में रहने वाले सभी 50 छात्रों का पढ़ाई-लिखाई, ड्रेस, भोजन आदि पर होने वाले खर्च का वहन शिक्षा विभाग करेगा। 

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