चिन्यालीसौड़।
सुलीठाग से कोट बागी मोटर मार्ग निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले चल रहा अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन 19 वे दिन भी जारी रहा। समिति के दबाव में पी एम जी एस वाई ने मोटर मार्ग के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। इस बीच सड़क के चौड़ीकरण को लेकर समिति व स्थानीय लोगो में नोक झोंक भी हुई।समिति के पदाधिकारियों ने मोटर मार्ग के निर्माणकार्य पूर्ण होने पर ही अनिश्चितकालीन धरना समाप्त करने की बात कही।
कोट बागी मोटर मार्ग की स्वीकृति 2016 में हो गया था
10 किलोमीटर लंबी कोट बागी मोटर मार्ग की स्वीकृति 2016 में हो गई थी। 2021 में प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो गया था। लेकिन ठेकेदार की मनमानी व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण काम बंद हो गया। इस बीच कई बार आंदोलन भी हुए लेकिन अधिकारियों के आश्वासन पर आंदोलन समाप्त भी हो गए। इस दौरान मोटर मार्ग पर काम बन्द होने के चलते सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे हो गए और स्थानीय लोगो ने सड़क से लगी हुई अपनी भूमि पर भी निर्माण कार्य करवा लिया। जिससे सड़क संकरी हो गई और आए दिन दुर्घटना का भय सताने लगा ।
3 अप्रैल से पी एम जी एस वाई के कार्यालय के बाहर तम्बू लगाकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन
परेशान स्थानीय लोगो जब कोट बागी मोटर मार्ग के निर्माण को लेकर पी एम जी एस वाई के अधिशाषी अभियंता अविनाश सैनी से मिले तो उन्होंने कोट बागी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य वे ऑल वेदर से कोट बागी तक करेंगे, सुलीठाग से नही करेंगे। जिस पर स्थानीय लोग भड़क गए और उन्होंने कोट बागी मोटर मार्ग निर्माण समिति का गठन कर 3 अप्रैल से पी एम जी एस वाई के कार्यालय के बाहर तम्बू लगाकर अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
निर्माण कार्य पूर्ण होने तक जारी रहेगा धरना।
समिति के दबाव व उच्च अधिकारियों की पहल पर मोटर मार्ग की पेंटिंग व चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया गया हैं। इस बीच सड़क के चौड़ीकरण लेकर स्थानीय लोगो के साथ समिति की नोक झोंक भी हुई।
समिति के अध्यक्ष व नगर पालिका अध्यक्ष ने बताया की जब तक मोटर मार्ग का निर्माण कार्य पूर्ण नही होता तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
धरने में बैठने वालों में समिति के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह रावत,सामाजिक कार्यकर्ता सुमन बडोनी,जोत सिंह बिष्ट, बागी के ग्राम प्रधान बिसन लाल, सभासद महावीर,मेहरबान सिंह नेगी,देवी प्रसाद,योगेंद्र महंत विक्रम सिंह रावत,गंभीर सिंह रावत,बीरेंद्र बिष्ट,अलेल सिंह आदि थे।
Their strike will continue till the construction work is not completed.