नई दिल्ली।
शनिवार को दिल्ली में ‘नया उत्तराखंड,विजन 2030’ की थीम पर ‘रैबार’ समारोह का आयोजन किया गया। इसमें उत्तराखंड के अनेक जाने-माने लोगों ने भाग लिया।
उत्तराखंड के पहाड़ों से लेकर तराई के मैदानों तक की समझ रखने वाले रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, उत्तराखंड को लेकर विकास की एक नई सोच के प्रतीक राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी और चीफ ऑफ डिफेंस जनरल अनिल चौहान, उत्तराखंड सराकर में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डीजी इंडियन स्पेस एसोसिएशन लेफ्टिनेंट जनरल अनिल भट्ट और प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी की गरिमामयी उपस्थिति में इस ‘विजन फ़ॉर न्यू उत्तराखंड-2030’ संवाद-मंथन शुरू हुआ।
“रैबार” का यह आयोजन इस बार दिल्ली एनसीआर में बसे उत्तराखंडियों के बीच किया गया। कार्यक्रम में नए उत्तराखंड को लेकर अपनी बात रखते हुए रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि हम सबको मिलकर नए उत्तराखंड का निर्माण करना है। आज उत्तराखंड की मिट्टी के लाल हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा, मेहनत और ईमानदारी के बल पर उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहे हैं। अब नए उत्तराखंड के निर्माण में इन सबको मिलकर एक साथ काम करना होगा। आज हिल-मेल के आयोजन में इसकी नींव पड़ गई है।
राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने कहा कि हम सबको अपने गाँव की ओर देखना चाहिए। आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा। हमारी सरकार उत्तराखंड के विकास के लिए हमेशा तत्पर रही है। जल्द ही हमारे उत्तराखंड को वंदेभारत रेल भी मिलने वाली है।
सी. डी. एस. अनिल चौहान ने कहा कि हमें उत्तराखंड के बॉर्डर को ऐसा विकसित करना चाहिए कि वो बॉर्डर टूरिज्म से जुड़ सकें। उत्तराखंड सरकार के मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि हमारा उत्तराखंड बदल रहा है। इस बदलते उत्तराखंड की एक झाँकी आप हिल-मेल के इस संवाद मंथन में आए प्रबुद्धजनों के रूप में भी देख सकते हैं। यही लोग नया उत्तराखंड बनाएंगे। साथ ही उन्होंने ने कहा कि अगला रैबार आप मसूरी में कीजिए और हम सब लोग मिलकर नया उत्तराखंड बनाएंगे। जनरल अनिल भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड की प्रतिभाओं से नया उत्तराखंड बनेगा। साथ ही इस सत्र के अंत में प्रसून जोशी ने कहा कि इस तरह के सम्मलित प्रयास ही नए उत्तराखंड का निर्माण करेंगे।
इसके साथ ही हिल-मेल पत्रिका के “शिखर पर उत्तराखंडी” टॉप—50 अंक का लोकार्पण किया गया और उत्तराखंड के 20 सम्मानित जनों को हिल रत्न सम्मान भी दिया गया।
रैबार के इस एक दिवसीय संवाद मंथन कार्यक्रम में उत्तराखंड जुड़े विभिन्न संस्थाओं व क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विद्वानजनों- जागर गायक प्रीतम भरतवाण, जीबी पंत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन चौहान, पर्यावरण मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी अरविंद नौटियाल, आईटीबीपी के एडीजी पश्चिमि कमान मनोज रावत, सीईओ ब्रह्मोस एयरस्पेस संजीव जोशी और पूर्व एडवोकेट जनरल उत्तराखंड उमाकांत उनियाल ने नए उत्तराखंड के निर्माण संबंधी अपने विचार और योजनाओं को साझा किया।