रूद्रप्रयाग।
केदारनाथ की यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिले इसके लिए उत्तराखंड की मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सोमवार को अधिकारियों की टीम के साथ केदारनाथ पुरी का भ्रमण कर केदारनाथ में व्यवस्थाओं की समीक्षा की और व्यवस्थाओं में जुटे अधिकारियों की हौसला अफजाई करते हुए कपाट खुलने से पूर्व सभी तय कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने श्री केदारनाथ पहुँचकर पुनर्निर्माण एवं विकास कार्यों का जायजा लिया और दौरान आस्था-पथ, गेस्ट हाउस, मंदाकिनी- सरस्वती घाट, म्यूजियम, केदारनाथ मंदिर परिसर, शिव उद्यान, हॉस्पिटल सहित अन्य निर्माणाधीन कार्यों के लिए तय डेडलाइन से पहले सभी कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
श्री केदारनाथ मंदिर परिसर के समाने बन रहे भवनों का निरीक्षण करते हुए मुख्य सचिव ने संबंधित एजेंसियों एवं जिलाधिकारी और निर्माण एजेंसियों को कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। केदारनाथ में भवनों के निर्माण में आ रही समस्याओं की जानकारी भी ली और जिलाधिकारी को अधिक संसाधनों का प्रयोग करते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाते हुए गोल चबूतरे से मंदिर परिसर तक कॉरिडोर का कार्य तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने रेन शेल्टर, मंदाकिनी एवं सरस्वती नदियों के घाट पर चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए पूरे क्षेत्र में व्यवस्थाएं और सुविधाओं की जानकारी ली। निर्माण के दौरान प्रयोग हो रही सामाग्री की जानकारी लेते हुए गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने समस्त अधिकारियों, कर्मचारी एवं निर्माण एजेंसियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि सभी के साझा समन्वय से कठिन परिस्थितियों के बीच बेहतरीन कार्य हो रहा है इसे आगे भी जारी रखते हुए समय पर सभी कार्य पूरे किए जाएं। वहीं उन्होंने निर्माण कार्यों में जुटे मजदूरों एवं कर्मचारियों से बातचीत करते हुए उनका हालचाल जाना एवं उनका विशेष ध्यान रखने एवं सुविधाएं उपलब्ध करवाने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।
मुख्य सचिव ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कारगर टोकन सिस्टम, जूते- चप्पल के रख- रखाव की व्यवस्था, जैविक एवं अजैविक कूड़े के निस्तारण की कारगर व्यवस्था बनाने एवं लागू करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखने एवं यात्रा सुगम- सुव्यवस्थित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करने को भी कहा।